भोपाल न्यूज़ : दृष्टिबाधित शासकीय शिक्षक संघ का 6वां स्थापना दिवस और शैक्षिक संवाद कार्यक्रम भोपाल में हुई आयोजित

Vikash Kumar Yadav
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भोपाल के निराला स्मृति भवन न्यास में दृष्टिबाधित शासकीय शिक्षक संघ का 6वां स्थापना दिवस और शैक्षिक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में प्रदेशभर से आए दृष्टिबाधित शासकीय शिक्षक उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शासकीय शिक्षक संघ ने अपनी समस्याओं और मांगों को सरकार के समक्ष रखा।

कार्यक्रम के पहले सत्र की शुरुआत मुख्य अतिथि रविंद्र कोपरगांवकर (राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, सक्षम), भोपाल जिला अध्यक्ष ए. पी. नायडू और डिक्की मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल सिरवैया द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद कार्यक्रम के संयोजकों ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर बासुदेव चौहान, डॉ. राजीव जैन, ज्योति वर्मा, अंजिता सबलोक, गन्नू यादव और आशीष जनक ने मुख्य अतिथियों का सम्मान किया।

कार्यक्रम के दौरान, शिक्षक संघ के अध्यक्ष मुकेश यादव ने शासन को एक ज्ञापन देने की बात कही, जिसमें उनकी प्रमुख मांगों का उल्लेख था। संघ ने इन मांगों के समाधान की दिशा में सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील की।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में, दक्षिण पश्चिम विधायक और भाजपा के महासचिव श्री भगवान दास सबनानी, पूर्व मंत्री श्री दीपक जोशी और मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के अध्यक्ष श्री छत्रबीर सिंग राठौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने अपने उद्बोधन में संघ की समस्याओं को सुनने का आश्वासन दिया और कहा कि उनकी मांगों को शीघ्र हल करने के प्रयास किए जाएंगे।

संगठन के महासचिव नितेश ठाकुर ने अपनी समस्याओं को लेकर एक मांग पत्र प्रस्तुत किया, जिसे डॉ. राजीव जैन ने पढ़कर सुनाया। इसके बाद, सभी अतिथियों ने इस पत्र पर विचार किया और संघ के पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि वे इन मुद्दों को संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाएंगे और शीघ्र समाधान का प्रयास करेंगे।

कार्यक्रम का सफल संचालन कोषाध्यक्ष सरिता यादव ने किया। कार्यक्रम में दिव्यांग जन के लिए कार्य करने वाली संस्थाओं नित्य अनंता वेलफेयर सोसाइटी, मन्नत वैलफेयर सोसाइटी और न्यू अहिंसा निकेतन शैक्षणिक एवं सामाजिक कल्याण समिति भोपाल ने भी अपना सहयोग प्रदान किया। इस सम्मेलन में प्रदेश भर से आए दृष्टिबाधित शासकीय शिक्षक अपनी समस्याओं और अनुभवों को साझा करने के लिए मौजूद थे।

कार्यक्रम के बीच में शिक्षक साथियों ने अपनी प्रस्तुतियां दी, जिसमें गायन और बांसुरी वादन शामिल था। इन प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को और भी खास बना दिया और सभी ने इसका आनंद लिया।

दृष्टिबाधित शिक्षकों की प्रमुख मांगें

कार्यक्रम के दौरान संघ ने सरकार से कई महत्वपूर्ण मांगें की। इन मांगों का उद्देश्य दृष्टिबाधित शिक्षकों की कार्य-स्थिति को बेहतर बनाना और उनके अधिकारों की रक्षा करना था। प्रमुख मांगों में शामिल हैं:

  • सभी विद्यालयों में दृष्टिबाधित शिक्षकों के लिए ब्रेल में पूर्ण पाठ्यक्रम तैयार किया जाए।
  • दृष्टिबाधित शिक्षकों के लिए जारी सभी आदेशों का पालन जिलों के विद्यालयों में सख्ती से किया जाए।
  • दृष्टिबाधित शिक्षकों को समय पर पदोन्नति का लाभ मिले।
  • दूरस्थ स्थानों पर कार्यरत दृष्टिबाधित शिक्षकों का स्थानांतरण आसान जगहों पर किया जाए।
  • दिव्यांग भत्ता बढ़ाकर केंद्र सरकार के बराबर किया जाए।
  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत दृष्टिबाधित छात्रों और शिक्षकों के मानकों के अनुरूप पाठ्यक्रम तैयार किया जाए।
  • आवास भत्ता न मिलने वाले शिक्षकों को जल्द भत्ता दिया जाए।

संघ ने यह भी कहा कि इन मुद्दों पर सरकार को शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि विद्यालयों में पठन-पाठन की प्रक्रिया में सुधार हो सके और दृष्टिबाधित शिक्षकों को न्याय मिल सके।

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