मध्यप्रदेश के जुन्नारदेव में शराब की दुकानों पर रेट लिस्ट की अनुपस्थिति ने उपभोक्ताओं के बीच असमंजस और गुस्से की स्थिति उत्पन्न कर दी है। 5 फरवरी 2025 को स्थानीय लोगों ने बताया कि शराब की दुकानों पर किसी भी प्रकार की रेट लिस्ट न होने के कारण वे सही कीमत का अनुमान नहीं लगा पा रहे हैं। इस स्थिति ने उपभोक्ताओं को अधिक भुगतान करने का डर सता दिया है।
शराब की दुकान पर ग्राहक जब शराब खरीदने के लिए जाते हैं, तो उन्हें कोई स्पष्ट रेट लिस्ट दिखाई नहीं देती। इस कारण उपभोक्ता असमंजस में रहते हैं कि वे किस कीमत पर शराब खरीद रहे हैं। दुकान में उपलब्ध शराब की कीमतों का कोई भी संकेत न होने के कारण कई बार धोखाधड़ी की संभावना बनती है। इस लापरवाही के कारण ग्राहकों को कभी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है, तो कभी दुकानदारों द्वारा अलग-अलग दाम बताए जाते हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह स्थिति बहुत ही परेशान करने वाली है। जुन्नारदेव के एक निवासी राजेंद्र यादव ने कहा, “जब हम शराब खरीदने के लिए दुकान पर जाते हैं, तो हमें कीमत के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलती। दुकानदार खुद ही हमें कीमत बताते हैं, और कभी-कभी वे अलग-अलग कीमतें बताते हैं। इससे हमें यह डर लगता है कि कहीं हमें ज्यादा पैसे तो नहीं चुकाने पड़ रहे।”
इसके अलावा, कुछ उपभोक्ताओं का कहना है कि कीमतों में असमानता उत्पन्न हो रही है। एक ही शराब की बोतल की कीमत अलग-अलग दुकानों में भिन्न होती है, लेकिन उपभोक्ताओं को यह भी पता नहीं चलता कि उन्हें सही कीमत पर शराब मिल रही है या नहीं।
यह स्थिति न केवल उपभोक्ताओं के लिए बल्कि दुकानदारों के लिए भी कठिनाई का कारण बन रही है। बिना रेट लिस्ट के शराब की दुकानें चलाना उनके लिए भी मुश्किल हो रहा है। कई दुकानदारों का कहना है कि उन्हें भी सही मूल्य निर्धारण करने में कठिनाई होती है, क्योंकि किसी प्रकार का मानक या निर्देश उन्हें नहीं मिलता।
इस समस्या के बारे में जब जुन्नारदेव के कुछ स्थानीय अधिकारियों से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे पर गंभीरता से काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आबकारी विभाग को इस स्थिति से अवगत करवा दिया गया है और जल्दी ही दुकानों में रेट लिस्ट की व्यवस्था लागू की जाएगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वे प्रशासन और आबकारी विभाग से यह उम्मीद करते हैं कि जल्दी ही रेट लिस्ट की व्यवस्था की जाएगी, ताकि उपभोक्ताओं को सही मूल्य पर शराब मिल सके और कोई भी धोखाधड़ी न हो। यह भी आवश्यक है कि दुकानों में शराब की कीमतें एक समान हों और ग्राहकों को गलत मूल्य पर शराब न बेची जाए।
जुन्नारदेव के निवासियों का कहना है कि यह केवल एक छोटी सी लापरवाही नहीं, बल्कि एक गंभीर मुद्दा बन चुका है। यदि इसे जल्द नहीं सुलझाया गया, तो यह ग्राहकों के बीच गुस्से और असंतोष का कारण बन सकता है। इसके अलावा, यह स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाता है। लोग यह जानना चाहते हैं कि प्रशासन और संबंधित विभाग ऐसे मुद्दों पर कब ध्यान देंगे और कब इन समस्याओं का समाधान होगा।
इस समस्या का हल निकाले बिना जुन्नारदेव के स्थानीय बाजार में असमंजस की स्थिति बनी रहेगी, और उपभोक्ताओं का विश्वास प्रशासन पर और कमजोर हो सकता है।
Mahakumbh 2025 : महाकुंभ में तीसरे अमृत स्नान पर 2.33 करोड़ लोगों ने लगाई डुबकी