Singrauli news : 20 जनवरी 2025 को मध्यप्रदेश शासन के वन विभाग द्वारा सिंगरौली वन मंडल के वन क्षेत्र वैढ़न में “अनुभूति कार्यक्रम” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बरन नदी के किनारे स्थित ननियागढ़ (गोभा) शंकर जी के मंदिर के पास हुआ। यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए प्रसिद्ध है, और कार्यक्रम के लिए आदर्श स्थान साबित हुआ।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूली विद्यार्थियों को प्रकृति और पर्यावरण से जुड़ी जानकारी देना था। कार्यक्रम का आयोजन विशेष रूप से शासकीय हाई स्कूल गोभा और शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय बघमनवा के विद्यार्थियों के लिए किया गया। कुल 126 विद्यार्थियों और उनके शिक्षकों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षकों और वन विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में विद्यार्थियों ने वन भ्रमण किया। इस भ्रमण में उन्होंने विभिन्न वन्य जीवों और पौधों के बारे में जानकारी प्राप्त की। प्रशिक्षकों ने विद्यार्थियों को वन क्षेत्र की सुंदरता, पर्यावरण संरक्षण और वन्य जीवन के महत्व के बारे में बताया। क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों को वन और पर्यावरण के बारे में अधिक जानने का मौका मिला।
कार्यक्रम में वन क्षेत्र के अधिकारियों और कर्मचारियों की सक्रिय भूमिका रही। श्री नरेन्द्र त्रिपाठी, उप वनमंडलाधिकारी वैढ़न, और श्री भीमसेन साकेत, वन क्षेत्राधिकारी वैढ़न के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इसके अलावा, श्री शिरीष कुमार रावत, क्षेत्र सहायक गोभा, श्री सुरेश सिंह मरकाम, क्षेत्र सहायक वैढ़न, और अन्य वन कर्मचारी जैसे श्री धर्मराज सिंह, श्री महेन्द्र कुमार तिवारी, श्री सुशील कुमार बुनकर, और श्री विपिन कुमार पाण्डेय ने विद्यार्थियों को वन्य जीवन के बारे में विस्तृत जानकारी दी और प्रशिक्षण प्रदान किया।
कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र दिए गए। विशेष बात यह रही कि भोजन की व्यवस्था बिना किसी प्लास्टिक का उपयोग किए धातु के बर्तनों में की गई। यह पर्यावरण की रक्षा के प्रति वन विभाग के प्रयासों को दर्शाता है। विद्यार्थियों, प्रशिक्षकों और उपस्थित सभी ग्रामीणों को एक साथ भोजन कराया गया, जो कि सामूहिक उत्सव का हिस्सा बना।
इसके बाद, विद्यार्थियों को “हम है बदलाव” थीम पर आधारित शपथ दिलाई गई। इस शपथ का उद्देश्य उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम के समापन पर सभी ने हर्षोल्लास के साथ एक दूसरे को शुभकामनाएं दी और इस अनुभव को जीवनभर याद रखने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई का भी ध्यान रखा गया। कार्यक्रम समाप्ति के बाद, उपस्थित सभी लोगों ने मिलकर स्थल पर फैले कचरे को साफ किया और उसे जलाकर नष्ट किया।
आखिरकार, इस कार्यक्रम ने विद्यार्थियों के दिलों में वन और पर्यावरण के प्रति प्रेम और सम्मान जागृत किया। कार्यक्रम स्थल से लौटते समय, उनके चेहरों पर मुस्कान और उत्साह साफ देखा जा सकता था। वन परिक्षेत्र वैढ़न में इस भव्य और सफल कार्यक्रम का समापन हुआ।
यह कार्यक्रम न केवल बच्चों के लिए एक अद्वितीय अनुभव साबित हुआ, बल्कि यह समग्र रूप से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी था।