छिंदवाड़ा न्यूज: छिंदवाड़ा पुलिस ने एक सनसनीखेज हत्या कांड का खुलासा किया है, जिसमें तीन आरोपियों ने मिलकर 20-25 वर्ष के एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी थी। यह घटना 15 जनवरी 2025 को घटित हुई, जब ग्राम नवेगांव मकरिया जंगल में एक अज्ञात युवक का शव मिला। शव के शरीर पर जलने और धारदार हथियार से गंभीर चोटों के निशान थे, जिससे हत्या की संभावना जताई गई।
मृतक का शव मिलने के बाद की जांच
घटना की सूचना मिलने पर छिंदवाड़ा पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। वहां मृतक के शव पर पेट्रोल डालकर आग लगाने के निशान पाए गए थे। इसके अलावा, उसकी छाती पर चाकू से कई घाव थे। पुलिस ने घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया और एफएसएल टीम, डाग स्क्वाड, फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ और साइबर क्राइम यूनिट की मदद ली।
लेकिन, मृतक की पहचान करना मुश्किल हो रहा था, क्योंकि शव के पास कोई पहचान पत्र या अन्य दस्तावेज नहीं थे। पुलिस ने आसपास के गांवों में पूछताछ की और तकनीकी संसाधनों का इस्तेमाल किया। इसके बाद, पुलिस ने पता लगाया कि मृतक की पहचान महाराष्ट्र के नागपुर जिले के हेमराज पवार के रूप में हुई।
हेमराज पवार की गुमशुदगी और जांच
हेमराज पवार छिंदवाड़ा क्षेत्र में मार्केटिंग का काम करता था और 21 जनवरी 2025 को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट महाराष्ट्र के नागपुर जिले में दर्ज की गई थी। जांच के दौरान पुलिस को यह जानकारी मिली कि मृतक और आरोपियों के बीच कुछ व्यक्तिगत विवाद थे।
हत्या की साजिश और घटना
पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि 12 जनवरी 2025 को हेमराज पवार को नागपुर से छिंदवाड़ा बुलाया गया था। आरोपियों में से एक, अंकित वर्मा, ने इसे एक पार्टी के बहाने बुलाया और फिर उसे ग्राम बंधी में एक साथ मिलकर नवेगांव मकरिया जंगल में ले जाकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपियों ने शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और सबूतों को नष्ट करने की कोशिश की।
तीन आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और गवाहों की मदद से आरोपियों की पहचान की। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में अंकित वर्मा (22), विनोद धुर्वे (20) और रविशंकर धुर्वे (25) शामिल हैं। ये सभी ग्राम बंधी (पाल्हरी) के निवासी हैं। आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां उन्हें जेल भेज दिया गया।
पुलिस द्वारा बरामद साक्ष्य
पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान निम्नलिखित महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद किए:
- एक मोटरसाइकिल (MP-28-MP-1236)
- एक लोहे का धारदार चाकू
- मृतक का पर्स
- इन साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की और उन्हें सलाखों के पीछे भेजा।
पुलिस की सफलता और जनता का सहयोग
इस मामले में पुलिस की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम सामने आया है। छिंदवाड़ा पुलिस के अधिकारी, जैसे एसडीओपी सौरव तिवारी, निरीक्षक गनपत सिंह उईके, उ.नि. लता मेश्राम, महेंद्र भगत (थाना प्रभारी चांद), सउनि हिरेशी नागेश्वर, सउनि शरद मालवी, प्र.आर. गोपाल साह, आर. सतीश बघेल, योगेश मालवी, सूर्योदय बघेल, कन्हैया सनोडिया, राजपाल बघेल, साइबर सेल के नितिन सिंह, आदित्य रघुवंशी और अंकित शम्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस ने इस मामले को सुलझाकर अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है। पुलिस ने इस सफलता को जनता के सहयोग से संभव माना और इसका स्वागत किया। इस तरह की कार्रवाई से समाज में सुरक्षा और न्याय की उम्मीद बढ़ी है।
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