Singrauli News : सिंगरौली जिले के ग्राम लूरी, थाना बैढ़न के निवासी कैलाशपती विश्वकर्मा ने अपने बेटे रूपेश विश्वकर्मा (24) की हत्या का आरोप दो व्यक्तियों पर लगाया है। उनका कहना है कि रूपेश को नन्दलाल और राजू विश्वकर्मा ने फोन करके लूरी बुलाया और बाद में उसकी गंभीर रूप से पिटाई कर उसे मार डाला। कैलाशपती ने पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई न करने का भी गंभीर आरोप लगाया है और अब वे न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
कैलाशपती ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उनका बेटा रूपेश लगभग एक साल से तिनगुडी में अपनी बहन के घर रहकर फर्नीचर का काम करता था। 2 जनवरी 2025 की शाम को, राजू और नन्दलाल ने रूपेश को फोन करके लूरी बुलाया। कैलाशपती ने पहले ही अपने बेटे को रात में बाहर न जाने की सलाह दी थी, लेकिन दोनों आरोपी उसे जबरन अपने साथ ले गए। इसके बाद, रात लगभग 9:30 बजे कैलाशपती को उनके बड़े बेटे से जानकारी मिली कि रूपेश का मेन रोड देवरी में एक्सीडेंट हो गया है।
जब कैलाशपती और उनका परिवार घटनास्थल पर पहुंचे, तो वहां पुलिस मौजूद थी, लेकिन रूपेश कहीं दिखाई नहीं दिया। पुलिस ने फिर से वन्दना अस्पताल का रुख किया, जहां दोनों आरोपियों ने यह कहा कि रूपेश अब ठीक हो जाएगा। कैलाशपती ने अस्पताल में जाकर अपने बेटे से मिलने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने उन्हें मिलने नहीं दिया। नन्दलाल ने यह भी कहा कि रूपेश ठीक हो जाएगा, चिंता न करें।
रात को बाद में, रूपेश को नन्दलाल और कैलाशपती के बड़े बेटे संजय ने एम्बुलेंस से बनारस भेज दिया। लेकिन 3 जनवरी 2025 की सुबह, नन्दलाल ने कैलाशपती के बड़े बेटे महेन्द्र को फोन किया और बताया कि रूपेश की मृत्यु हो गई है। यह सुनकर कैलाशपती पूरी तरह से झकझोर गए। उनका मानना है कि रूपेश की हत्या नन्दलाल और राजू ने मिलकर की है।
कैलाशपती का आरोप है कि दोनों आरोपियों ने रूपेश को बुलाकर पहले उसकी पिटाई की और फिर उसे मार डाला। इसके बाद, उन्होंने खुद को बचाने के लिए इसे एक दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की। कैलाशपती ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है और न्याय की उम्मीद जताई है।
कैलाशपती की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
कैलाशपती ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि उनका बेटा एक ईमानदार और मेहनती लड़का था। उसका इस तरह से मारा जाना उनके लिए बेहद दुखद है। उन्होंने पुलिस से उम्मीद जताई है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलाई जाएगी, ताकि उनके बेटे को न्याय मिल सके।
यह मामला अब सिंगरौली जिले में चर्चा का विषय बन गया है। पूरे क्षेत्र में लोग इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। पुलिस के लिए यह मामला एक चुनौती बन चुका है। हर पहलू पर गहराई से जांच की जा रही है।
आगे की जांच में यह साफ होगा कि यह मामला एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा था या फिर कुछ और कारण था, जिसके चलते इस घातक घटना को अंजाम दिया गया।
इनका कहना हैं
पुलिस अधीक्षक का कहना है कि पूरे मामले की जांच बारीकी से चल रही है, जिसका खुलासा बहुत जल्द किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक- मनीष खत्री