स्वच्छ भारत मिशन की 10 वर्षों की सफल यात्रा के साथ इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 24 तक समस्त ग्रामीण परिवेश के बदलाव और रूपांतरण के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। प्रशिक्षण में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेंद्र सिंह नागेश द्वारा उपस्थित सरपंचों सचिवों और स्वच्छताग्राहीयों को स्वच्छता ही सेवा अभियान के मुख्य बिंदुओं से अवगत कराया।
प्रशिक्षण के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए की सभी ग्राम पंचायतें अपने गावो तथा आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखने के लिए जमे कचरों , बंद नालियों ,चिंहित सीटीयू की सफाई करवाना सुनिश्चित करेंगे। हर ग्राम पंचायत अपने संबंधित विद्यालयों , अंगनवाडियों , सामुदायिक भवनों, सड़कों, आदि सार्वजनिक स्थलों की भी सफाई कराने के साथ ही सफाई व्यवस्था की निगरानी करें ताकि स्थलो पर फिर से गंदगी न होने पाये।
उन्होंने ने निर्देश दिए की ग्राम पंचायत अपने क्षेत्रों के पात्र हितग्राहियों को सभी हितग्राही मूलक योजनाओं जैसे संबल कार्ड , आयुष्मान कार्ड , पेंशन योजनों सहित अन्य योजनाओं से लाभान्वित करवाए उन्होंने कहा कि उपरोक्त विंदु सरपंचों सचिवों और स्वच्छताग्राहीयों की प्राथमिक जिम्मेदारी है और इसे जनपद सीईओ, एपीओ, उपयंत्री भी सुनिश्चित करेंगे ।
उन्होंने कहा की गाँवों से संबंधित पर्यटन, धार्मिक स्थलों, की भी सफ़ाई सुनिश्चित करेंगे । इसके साथ ही एकत्रित कचरे का वर्गीकरण कर प्लास्टिक कचरों को अलग कर डिस्पोज किया जाएगा । स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत अपने अपने पंचायतो में उतकृष्ट कार्य कराया जाना सुनिश्चित करे। जो अभियान के दौरान चिन्हित विंदु निर्धारित किया गया है। अच्छे कार्य करने वालो को 26 जनवरी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा। प्रशिक्षण के दौरान जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनुराग मोदी, स्वच्छता समन्वयक श्रीमती रंक्षा सिंह सहित ग्राम पंचायतो के सरपंच, सचिव स्वच्छताग्राही उपस्थित रहे।