Singrauli News : स्थानीय बाजार में जाम के झाम से व्यापारी से लेकर छोटे-बड़े वाहन चालक त्रस्त हो चुके हैं। जाम से निजात दिलाने एसडीएम स्तर से कोई कदम नही उठाया जा रहा है। लिहाजा सरई बाजार में प्रवेश करने से छोटे-बड़े वाहन चालक कतराते नजर आते हैं।
दरअसल सरई बाजार की सड़के अतिक्रमण के चलते सिकुड़ गई हैं। आलम यह है कि करीब 35 फीट की चौड़ाई सड़क में 15 फीट से ऊपर दोनों ओर व्यापारियों ने अपने सामग्रियों को फु टपाथ पर रख अतिक्रमण कर लिया है। जिसके चलते यहां प्रत्येक आधा-एक घंटे में जाम लगना आम बात हो गई है। यहां के लोगबाग ही बताते हैं कि उक्त नगर के मार्ग से छोटे-बड़े वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। हालांकि नो-एंट्री के समय कुछ राहत हैं। लेकिन बाजार में बस समेत अन्य बड़े वाहनों के प्रवेश करते ही दूसरे वाहनों को साईड देते वक्त जाम लगना आम बात हो चुकी है। आरोप लगाया जा रहा है कि कई व्यापारियों ने सड़क को ही अपने कब्जे में लिया है। जिसके चलते इस तरह के हालात रोजाना निर्मित हो रहे हैं। इस जाम के झाम से निजात दिलाने के लिए स्थानीय प्रशासन स्तर से अब तक कोई कारगर कदम नही उठाया गया। परिणाम फलस्वरूप सरई मुख्य बाजार में जाम लगना आम बात हो चुकी है। इस जाम में विद्यालयीन समय में छात्र-छात्राएं ज्यादा परेशान होते हैं। कभी-कभी पैदल चलने तक के लिए जगह नही रह जाती है। जिसके चलते कभी कभार छात्र-छात्राएं भी समय से स्कूल नही पहुंच पाते हैं। यहां के प्रबुद्ध नागरिकों ने अतिक्रमण के चलते सिकुड़ रही सड़क को मुक्त कराये जाने की मांग कलेक्टर से की है।
अतिक्रमण हटाने प्रशासन की नहीं है दिलचस्पी
सरई बाजार जाम की समस्या से जूझ रहा है। यह समस्या आज से नही पिछले कुछ वर्षो से है। इसके बावजूद स्थानीय राजस्व के साथ-साथ नगर परिषद अमला मुख्य बाजार के सड़क से अतिक्रमण हटाने के लिए कोई दिलचस्पी नही दिखाया है। आरोप यहां तक लगाया जा रहा है कि सड़क से अतिक्रमण हटाने के लिए कई बार प्रबुद्ध नागरिकों ने एसडीएम सहित नगर परिषद के अमले का ध्यान आकृष्ट कराया। किन्तु कोई जिम्मेदार अधिकारी रिस्क उठाना नही चाहते हैं और बवाल से बचने का हर संभव प्रयास करते हैं और इसी के कारण सरई बाजार की सडके अतिक्रमण के चलते दिनोंदिन सिकुड़ती जा रही हैं।