Singrauli News: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में चर्चित स्कूल, डीपीएस विंध्यनगर के शिक्षक राघवेंद्र कुमार द्विवेदी को डीपीएस के प्राचार्य जनार्दन पांडेय ने शिक्षक द्वारा ओहदा मांगने पर बर्खास्त की कार्रवाई की है जिसे लेकर हर तरफ चर्चाओं का बाजार गर्म है।
सिंगरौली जिले में विंध्यनगर स्थित सीबीएसई बोर्ड द्वारा संचालित डीपीएस विद्यालय स्थापित है जिसमें वर्तमान प्राचार्य के रूप में जनार्दन पांडेय हैं जनार्दन पांडेय ने अपने चहेते शिक्षक को डिग्री ना होते हुए भी शिक्षक नवीन कुमार सिंहा टीजीटी को पीजीटी फिजिक्स लेक्चरर बना दिये और तो और जो शिक्षक पीजीटी फिजिक्स के लेक्चरर के लिए चयनित किया गया था उसे टीजीटी के पद पर कार्य करवाया जा रहा था जिसके बारे में जानकारी मांगने पर राघवेंद्र कुमार द्विवेदी पीजीटी फिजिक्स को पद से हटा दिया गया।
शिक्षक को बगैर कारण बताये कर दिया बर्खास्त
राघवेंद्र द्विवेदी ने आरोप लगाते हुए कहा की नवीन कुमार सिन्हा 1996 में योग्यता एमएससी फिजिक्स B.Ed के आधार पर टीजीटी फिजिक्स के पद पर चयनित किए गए पुनः 1 वर्ष के भीतर 1997 उन्हें पीजीटी के पद पर चयनित कर लिया गया इस दौरान विद्यालय के प्रचार पद पर जामेश्वर मोहंती पदस्थ थे जिनका कार्यकाल अप्रैल 2009 तक जारी रहा किंतु मुझे 2001 में पी जी टी की चयन प्रक्रिया के आधार पर टीजीटी फिजिक्स का पद प्रदान किया गया 2008 में पीजीटी पद पर चयन होने के बाद भी मुझे पद प्रदान नहीं किया गया स्कूल में कार्य करते हुए उत्पीड़न व भेदभाव का सामना किया स्कूल में आने को शिक्षकों के दस्तावेज अमान्य व फर्जी होने की जानकारी मुझे लगी तब 2010 से मैं लगातार सभी पदाधिकारी को अनेकों शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तब मैंने एमपी हाई कोर्ट में या इसका डालकर निराकरण के आधार पर सीबीएसई ने 2016 में जांच कर शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन न होने पर शीघ्र सत्यापन करवाने निर्देश किया गया,
किंतु सत्यापन में जानबूझकर देरी करके कोई कार्यवाही नहीं की गई। कोई दिनों बाद आवेदन की जांच रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के प्राचार्य जनार्दन पांडे के द्वारा जांच समिति को प्रस्तुत जानकारी के द्वारा कार्यरत शिक्षक नवीन कुमार सिंह की बीएड डिग्री का प्राचार्य द्वारा सत्यापन करने पर प्राप्त हुई सत्यापन रिपोर्ट को संलग्न किया गया इसमें पदाधिकारी द्वारा विश्वविद्यालय के लोक सूचना अधिकारी को जानकारी दी गई। जानकारी सामने आने पर पता चला कि नवीन कुमार सिंहा की डिग्रियां फर्जी हैं और जालसाजी कर बिहार के मगध से फर्जी डिग्री बनवाकर स्कूल में शिक्षक बने हुए हैं लेकिन प्राचार्य ने राघवेंद्र द्विवेदी को ही निकाल बाहर कर दिया।
मुन्ना भाई के तर्ज पर शिक्षक की नियुक्ति
नवीन कुमार सिन्हा कुट रचित फर्जी B.Ed डिग्री के आधार पर नियुक्त होकर 28 वर्ष की नौकरी के बाद आगामी 31 अगस्त 2024 को 60 वर्ष की आयु पूर्ण कर सेवा निवृत होना था किंतु आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं की गई अभी तो सूत्रों से प्राप्त हुआ कि दिल्ली पब्लिक स्कूल ने उनका सेवा निवृत्त नही की गई है उन्हें सेवा वृद्धि प्रदान कर दी गई है।
राघवेंद्र कुमार द्विवेदी द्वारा आरटीआई से जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया गया किंतु एमपी हाई कोर्ट द्वारा में याचिका के पक्ष में निर्णय देने के बाद भी जानकारी प्रदान नहीं की गई 2017 में संदेहास्पद शिक्षकों के नाम देखकर भी प्राचार्य को शिकायत की गई किंतु कोई कार्यवाही नहीं की गई अपितु 2019 में शिक्षक राघवेंद्र द्विवेदी को निकाल दिया गया।
शिक्षक राघवेंद्र द्विवेदी को निकल जाने के बाद काफी छानबीन की गई व जांच की गई लेकिन अभी तक डीपीएस स्कूल के प्राचार्य के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई और शिक्षक न्याय को लेकर दर-दर भटक रहा है लेकिन आजतक सुनवाई नहीं हो सकी।
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