Singrauli News: जिला मुख्यालय से लेकर तहसील मुख्यालयों में 10 रूपये का स्टाम्प पेपर दोगुने से लेकर चार गुने दामों पर धड़ल्ले के साथ स्टाम्प बेन्डर बिक्री कर रहे। लेकिन खण्ड स्तर के जिम्मेदार अधिकारी बेसूध हैं।
दरअसल 10 एवं 20 रूपये का स्टाम्प पेपर बड़ी कठिनाई के साथ मिलता है। स्टाम्प बेन्डर पहले ना-नूकुर करते हैं। काफी मिन्नत करने के बाद दोगुने-तिगुने दाम वसूलते हैं। जब उपभोक्ता दोगुना-तिगुना एवं चौगुना दाम देने के लिए तैयार हो जाता है तब कथित स्टाम्प बेन्डर बड़े आसानी से 10 एवं 20 रूपये का स्टाम्प पेपर मुहैया करा देते हैं।
हालांकि 50 एवं 100 या उससे ज्यादा कीमत के स्टाम्प पेपर में 20 से लेकर 50 प्रतिशत तक ज्यादा फीस वसूलते हैं। स्टाम्प पेपर के आड़ में इस तरह की ज्यादा वसूली का कारोबार आज से नही सालों साल से चला आ रहा है। लेकिन एक साल से कथित स्टाम्प बेन्डरों के द्वारा बिना किसी डर-भर के दोगुने से लेकर चार गुने तक स्टाम्प रकम वसूल रहे हैं। कई बार तहसीलदार से लेकर अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के यहां शिकायत भी पहुंची। किन्तु तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार ऐसे कथित स्टाम्प बेन्डरों के यहां जांच कर कार्रवाई करने में कोई रूचि नही ले रहा है। जिसके चलते कथित स्टाम्प बेन्डरों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। आरोप है कि जिला मुख्यालय बैढ़न के साथ-साथ तहसील देवसर, सरई, चितरंगी, माड़ा, दुधमनिया, बरगवां एवं सिंगरौली शहर एवं ग्रामीण के अधिकृत कई स्टाम्प बेन्डर उक्त स्टाम्प दोगुने दाम पर बेच रहे हैं। यदि कोई व्यक्ति दोगुने दाम देने से मना करता है तो उसको 10 एवं 20 रूपये का स्टाम्प मिल पाना टेढ़ी खीर है। यहां के कई प्रबुद्ध नागरिको ने इस ओर कलेक्टर एवं संबंधित खण्ड स्तर के एसडीएम का ध्यान आकृष्ट कराते हुये मनमानी दाम पर बिक रहे स्टाम्प पेपर को निर्धारित दर पर दिये जाने के साथ ही कथित स्टाम्प बेन्डरों के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने की मांग की है।