Singrauli News : चितरंगी विकास खण्ड के घोघरा-पनवार गांव के मध्य एक पुल के ढह जाने से आवागमन ठप हो गया है। इस पुल का निर्माण करीब तीन वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनाई गई सड़क के दौरान की है। पुल के ध्वस्त होने से पनवार एवं राजावर गांव के ग्रामीणों की मुश्किले बढ़ गई हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों सोमवार एवं मंगलवार को ऊर्जाधानी में करीब 16 घंटे के अधिक समय तक तेज एवं मूसलाधार बारिश से लोगों को 27 साल पूर्व की अतिवृष्टि याद आने लगी थी। जिले में दो दिनों तक लगातार हुई बारिश के चलते कई कच्चे सहित दुधमनिया तहसील क्षेत्र में कुछ प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों के गिरने की जानकारी है। जिसका भौतिक सत्यापन सर्वे एसडीएम चितरंगी सुरेश जादव के निर्देश पर हल्का पटवारी कर रहे हैं। इधर तेज बारिश का प्रभाव भी फसलों पर ज्यादा दिख रहा है।
आलम यह है कि इस बारिश के चलते तिलहनी एवं दलहनी फसलों को भारी नुकसान होने का अंदेशा है। कृषकगण बताते हैं कि तिलहनी फसलों में तिल, दलहनी में अरहर व मूंग को नुकसान पहुंचा है। वही चितरंगी तहसील क्षेत्र के घोघरा-पनवार के मध्य नाला पर बनी पुल बीते दिन कल मंगलवार को ढह गई है। पुल के ढह जाने से पनवार एवं राजावर गांव घोघरा गांव से संपर्क टूट गया है। अब घोघरा गांव पहुंचने पनवार एवं राजावर गांव के ग्रामीणों को 8 से 10 किलोमीटर अतिरिक्त परिक्रमा कर घोघरा गांव पहुंचेंगे। फिलहाल के उक्त पुल के निर्माण अवधि के अल्प समय में बह जाने पर कई ग्रामीणों ने निर्माण कार्य के गुणवत्ता पर सवाल उठाया है।
पुल का शीघ्र मरम्मत कार्य कराया जाए: देवी
घोघरा-पनवार मार्ग के मध्य नाले पर बने पुल के ढह जाने पर भाजपा मण्डल घोघरा के अध्यक्ष देवी प्रसाद बैस ने बताया कि करीब 3 साल पहले प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क एवं पुलिया का कार्य हुआ था। कार्य पूर्ण होने के बाद इस बार तेज बारिश हुई और बारिश का तेज झटका पुल नही झेल पाया। उन्होंने आगे कहा कि पुलिया के ध्वस्त होने से दो-तीन गांव का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। अब घोघरा गांव आने के लिए पनवार एवं राजावर गांव के जनों को कई किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ेगा। उन्होंने इस ओर प्रभारी मंत्री एवं कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया है।
पीएम सड़क योजना के तहत हुआ था निर्माण
जानकारी के अनुसार घोघरा गांव से लेकर पनवार गांव होते हुये राजावर नौगई गांव तक करीब 3 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क एवं पुल -पुलिया का निर्माण कार्य कराया गया था। यदि ग्रामीणों के बातों पर भरोसा करे तो 3 साल में पुल के ध्वस्त होने पर निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़ा कर रहे हैं। हालांकि उक्त विभाग के अधिकारी यह कहते हुये बच निकलेंगे की अभी ठेकेदार की राशि एफडी के रूप में जमा है। पॉच साल तक सड़क गांरटी अवधि में है। पुल-पुलिया एवं सड़क का मरम्मत कार्य पॉच वर्षो तक ठेकेदार ही करेगा। पर सवाल उठाया जा रहा है कि तेज बारिश के एक झटके को पुल क्यो नही झेल पाई? कहीं न कहीं गुणवत्ता में अनदेखी हुई है। ग्रामीणों ने आवागमन को बहाल कराने की मांग जिले के प्रभारी मंत्री एवं कलेक्टर से की है।
इनका कहना
दुधमनिया तहसील क्षेत्र में कुछ मकानों के गिरने की सूचना है। हल्का पटवारियों से सर्वे कराया जा रहा है। घोघरा नाले का पुल ध्वस्त हुआ है। मरम्मत कार्य कराने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं।सुरेश जादव, एसडीएम, चितरंगी
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