इस पृथ्वी परसांपों की करीब 3,000 से 3,971 प्रजातियां पाई जाती हैं. ये अंटार्कटिका, आइसलैंड, आयरलैंड, ग्रीनलैंड, और न्यूज़ीलैंड को छोड़कर हर जगह पाए जाते हैं. इनमें से करीब 600 प्रजातियां ज़हरीली होती हैं और केवल 200-सात प्रतिशत- ही मनुष्य को मार सकती हैं या गंभीर रूप से घायल कर सकती हैं. भारत में सांपों की करीब 275 से 343 प्रजातियां पाई जाती हैं, जो दुनिया के किसी भी दूसरे देश से ज़्यादा हैं. इनमें से सिर्फ़ 20 प्रतिशत सांप ही ज़हरीले या कम ज़हरीले होते हैं. इन ज़हरीले सांपों में से सिर्फ़ चार ऐसे होते हैं, जिनके डंक से 90 प्रतिशत मौत हो जाती है. वहीं ऐसे ऐसे सांप भी है जो रेंगते नहीं बल्कि छलांग लगाकर एक जगह से दूसरी जगह पहुंचते हैं आज आप लोगों को एक ऐसे ही सांप के बारे में बताने जा रहे हैं.
ये सांप है खतरों का खिलाड़ी लगाता है छलांग
इस पृथ्वी पर एक ऐसा भी सांप है जो रेंगता नहीं है बल्कि छलांग लगता है, इस सांप का नाम है ईस्टर्न ब्राउन सांप. डॉक्टर का कहना है कि इस सांप के काटने से इंसान 10-15 मिनट के अंदर ही मर जाता है. यह सांप दक्षिण-पूर्व ऑस्ट्रेलिया के जंगली और पहाड़ी इलाके में पाया जाता है. इस सांप का वैज्ञानिक नाम नोटेचिस स्कूटैटस है. इस सांप के बारे में कहा जाता है कि यह हवा में जंप मार कर तुरंत ही आपके आंखों के सामने से ओझल हो जाएगा. इसके जहर से तुरंत ही किसी की मौत हो जाती है. साइंटिस्ट बताते हैं कि इसमें पाए जाने वाले जहर कितना खतरनाक है हमें भी नहीं पता है, वैज्ञानिकों ने अभी तक इस सांप का काटने का कोई इलाज भी नहीं ढूंढ पाएं है.
हाल ही में पाया गया था यह सांप
आप सभी को जानकर हैरानी होगी की हाल ही में यह सांप ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में एक स्वीमिंग पूल पर देखा गया. इस सांप को देखने के बाद लोगों के होश उड़ गए. क्योंकि, चल कर या रैंग कर यह सांप नहीं काटता है बल्कि छलांग कर लोगों को यह सांप काट लेता है. इससे वहां मौजूद लोगों में दहशत हो गया. इस सांप से बचाव के एक मात्र उपाय है अगर आप घर के अंदर चले जाएं और घर के दरवाजे और खिड़की बंद कर लें. बाहर रहने पर यह सब हवा में उड़कर आप पर हमला कर सकता है. हालांकि यह साथ भारत में नहीं पाए जाते हैं.
किंग कोबरा जैसे जहरीला सांपों में होती है गिनती
ईस्टर्न ब्राउन स्नेक दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक माना जाता है. हालांकि, भारत में यह सांप अभी तक देखने को नहीं मिला है. जानकारों की मानें तो भारत में हर साल बरसात और बारिश के सीजन में सांप काटने से तकरीबन 70 से एक लाख लोगों की मौत होती है. भारत में सांप काटने की ज्यादातर घटनाएं गांवों और जंगली इलाके में होता है. लेकिन, पिछले कुछ सालों से शहरों में भी सांप काटने की घटनाओं में तेजी आ गई है.