Singrauli News : डीपीएस स्कूल के प्राचार्य के अजब-गजब कारनामे! बिना बी.एड. डिग्री के ही अपने चहेते शिक्षक को दे दिया प्रमोशन

Mahima Gupta
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Singrauli News : दिल्ली पब्लिक स्कूल विन्ध्यनगर से फर्जी प्रमोशन का मामला सामने आया है जहां दिल्ली पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ. जनार्दन पाण्डेय ने बिना डिग्री के ही अपने चहेते शिक्षक ओपी शर्मा को पीजीटी (कंप्यूटर साइंस टीचर ) का पद प्रचार्य महोदय ने दे दिया। जबकि CBSE के नियम के अनुसार पीजीटी के लिए BEd की डिग्री अनिवार्य होती हैं,लेकिन दिल्ली पब्लिक स्कूल के प्राचार्य ने मनमानी तरीके से अपने चहेते शिक्षक को पदोन्नति दे दी।

बता दे की प्राचार्य डॉ. जनार्दन पाण्डेय जिनके मातहत कर्मचारी नवीन कुमार सिन्हा हेडमास्टर के पद पर कार्यरत थे। बता दे की सेवानिवृत्ति नवीन कुमार सिन्हा वर्तमान में गेस्ट फैकेल्टी के रूप में पदस्थ हैं,वही  1996 में ये योग्यता M.Sc. (Physics), B.Ed. के आधार पर टी.जी.टी. (फिजिक्स) के पद पर चयनित किए गए थे लेकिन नवीन सिन्हा मगध यूनिवर्सिटी से नवीन सिंह का सर्टिफिकेट को सिंह को चेंज कर सिन्हा फर्जीवाड़ा किया और DPS विंध्यनगर में 28 साल से काम कर रहे है. आपको बता दे की प्राचार्य डॉ. जनार्दन पांडे ने फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर टीचर को पदोन्नति कर दिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार से यह जाहिर होता है कि सर्टिफिकेट में छेड़खानी की गई है.

आपको बताते चले की CBSE नियम के अनुसार पीजीटी के लिए BEd की डिग्री होना अनिवार्य के साथ-साथ कक्षा 11वीं और 12वीं पढ़ाने के लिए 3 साल का अनुभव होना चाहिए लेकिन प्राचार्य ने सभी नियमों को ताक पर रखकर ओपी शर्मा को प्रमोशन दे दिया जबकि दिल्ली पब्लिक स्कूल में कई ऐसे शिक्षक मौजूद है जो BEd की डिग्री लेकर टीजीटी यानी कक्षा 6 से लेकर कक्षा 10 तक के बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं, जबकि इन शिक्षकों को प्रमोशन देने के बजाय ओपी शर्मा को जिसके पास डिग्री नहीं है उसे प्रमोशन दे दिया.

 

दिल्ली पब्लिक स्कूल में टीजीटी शिक्षक बनने के लिए होनी चाहिए यह जरूरी योग्यता

टीजीटी बनने के लिए, उम्मीदवार को संबंधित विषय में ग्रेजुएशन या स्नातकोत्तर होना ज़रूरी है.उम्मीदवार को बीएड होना ज़रूरी है. टीजीटी बनने के लिए, उम्मीदवार को टीईटी या सीटीईटी पास होना ज़रूरी है. किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में माध्यमिक कक्षाओं में 4-5 साल का अनुभव होना ज़रूरी है. उम्मीदवार की उम्र 40 साल से कम होनी चाहिए। आप सभी को बताते चले कि जिस चाहते शिक्षक को प्राचार्य के द्वारा प्रमोशन दिया गया है उसके पास टीजीटी शिक्षक बनने के लिए जरूरी योग्यता नहीं थी.

पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) बनने के लिए होनी चाहिए यह जरूरी योग्यता

किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से प्रासंगिक विषय में मास्टर डिग्री,शिक्षा स्नातक (बी.एड.) या समकक्ष शिक्षण योग्यता,पीजीटी पदों पर आवेदन करने के लिए, उम्मीदवारों के पास न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ दो वर्षीय रीजनल कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन (NCERT) से पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए. इसके अलावा, जिस विषय में टीचिंग के लिए आवेदन किया जा रहा है, उसमें ग्रेजुएशन भी होना ज़रूरी है.

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