Singrauli News: सिंगरौली जिला भ्रष्टाचार का गढ़ बनते जा रहा है आए दिन यहां पर भ्रष्टाचार के अलग-अलग मामले सामने आते रहते हैं लेकिन यहां के जनप्रतिनिधि और अधिकारी के कानों में जू तक नहीं रह रही है, आलम यह है कि विधायक के कार्यालय के सामने ही घटिया निर्माण कार्य कराया गया जिसकी जांच आज तक नहीं हो पाई है। देवसर विधानसभा के ग्राम पंचायत देवरी वह परसोना का है जिला मुख्यालय से करीबन 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
विधानसभा देवसर के जिला पंचायत देवरी व परसोना जो कि सिंगरौली जिला मुख्यालय से करीबन 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहां पर एक तरफ निगम की सीमा लगती है तो वहीं दूसरी तरफ जिला पंचायत की सीमा लगती है, और वहीं पर देवसर विधायक राजेंद्र मेश्राम का क्षेत्रीय कार्यालय भी स्थित है। इसके बावजूद भी भ्रष्टाचार होना कितना निंदनीय व दयनीय है।
ऐसे हुआ है नाली का निर्माण कार्य
आपको बता दें कि परसोना में 6 महीने पहले ही बरसात के पानी के निकासी के लिए सड़क के दोनों तरफ नाली निर्माण का कार्य DMF फण्ड से गया था। किंतु नाली निर्माण ग्रामीण सेवा यांत्रिकी (RES) विभाग अधिकारियों की मिली भगत या यूं कहे तो अधिकारियों के रहमों करम के द्वारा स्थानांतरित कर परसोना में माड़ा रोड एवं बरगवां रोड में गुणवत्ता विहीन नाली का निर्माण कराया गया जो की यह नाली 6 महीने भी नहीं चल पाई और नाली पूरी तरह से हो गई। जो नाली ध्वस्त होने से बची है वह भी सड़क से 3 फीट गहरी है तो कहीं सड़क से 3 फीट ऊंची है। अब ऐसे में अंदाज लगाया जा सकता है कि यह नाली किस लिए बनाई गई है और इसका बिल किस तरह से पास किया गया है।
आज तक नहीं हो पाई है जांच
ग्रामीणों ने इस नाली निर्माण कार्य को लेकर कई बार जांच के लिए कलेक्टर वार्ड जिला पंचायत सीईओ को आवेदन दिया है लेकिन आज तक इस नाली निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार को लेकर जांच नहीं किया गया । ग्रामीणों ने भी 181 पर शिकायत दर्ज करवाई है लेकिन आज तक सुनवाई नहीं हो पाई है। यहां तक की भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा वर्ग के जिला अध्यक्ष ने भी इस नाली निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को लेकर कई बार आवेदन दिया है लेकिन कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ की नींद अभी तक नहीं खुली है। ऐसे में भ्रष्टाचारियों को आए दिन बढ़ावा मिल रहा है। आर.ई.एस. विभाग के अधिकारी कर्मचारी पूरी तरह से संविदाकार के ऊपर इतना मेहरबान हैं कि उन्हें कार्यवाही करने में पसीना छूट रहा है। विकाश के बड़े बड़े दावे करने वाले जनप्रतिनिधियों के मुंह में ताला लगा है।
भ्रष्टाचार को लेकर देवसर विधायक भी है उदासीन
नाली निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को लेकर देवसर विधायक राजेंद्र मेश्राम काफी ज्यादा खफा है और कई बार अधिकारियों की फटकार भी लगा चुके हैं लेकिन अधिकारी आज तक इस निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। वही भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि विधायक के सामने ही इस प्रकार के घटिया कार्य हो रहे हैं कि जिससे भारतीय जनता पार्टी की जिला स्तर पर छवि धूमिल हो रही है। इस मामले को लेकर जब जिला पंचायत सीईओ से जानकारी चाहिए गई तो उनका कोई जवाब नहीं मिला।
ये भी पढ़े-
Mauganj News : लोकायुक्त ने मऊगंज में पदस्थ अपर कलेक्टर को 5000 रुपए लेते किया ट्रेप