Singrauli News : जिले के सीमावर्ती सीधी के मध्य स्थित गोपद नदी पर बन रही पुलिया के निर्माण कार्य को अभी पूर्ण करने में एमपीआरडीसी को कम से कम 1 महीने का वक्त लग सकता है। एमपीआरडीसी के अधिकारियों का दावा था कि 15 जुलाई तक में गोपद पुलिया से आवागमन चालू हो जाएगा।
गौरतलब है कि नेशनल हाईवे 39 सीधी-सिंगरौली निर्माणाधीन फोरलेन का कार्य करीब 12 वर्षों से चल रहा है। लेकिन अभी भी करीब 30 से 40 प्रतिशत सड़क का निर्माण कार्य शेष है। इसमें दो दर्जन पुल-पुलिया, घाट कटिंग एवं अर्थवर्क तथा डामरीकरण का कार्य शामिल है। आरोप है कि एमपीआरडीसी के अधिकारियों एवं संविदाकार टीव्हीसीएल की घोर लापरवाही से दूसरी बार टेंडर होने के बावजूद सड़क कार्य आधा अधूरा रह गया है। निर्माणाधीन फोरलेन के अन्य पूलों के अलावा गोपद नदी पर बना रहे पुलिया भी शामिल है। गोपद नदी के पुलिया टू-लेन के कार्य का पूर्ण होने का दावा पिछले माह किया गया था।
एमपीआरडीसी एवं जिला प्रशासन ने दावा किया था कि 30 जून से गोपद पुलिया का टू-लेन कार्य पूर्ण होकर आवागमन चालू हो जाएगा । लेकिन अधिकारियों के सभी दावे की एक बार फिर से पोल खुल गई है। पुलिया निर्माण के संबंध में आसपास के लोग बताते हैं कि अभी कम से कम 15 अगस्त तक कार्य को पूर्ण होने में वक्त लग सकता है। हालांकि पुलिया निर्माण कार्य कर रहे एक संविदाकार का कहना है कि 30 जुलाई तक में हर हाल में आवागमन चालू हो सकता है। इसके लिए पूरे प्रयास किया जा रहे हैं। लेकिन कार्य स्थल को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि 30 जुलाई के बाद यानी 15 अगस्त के बीच में यदि इसी तरह दृत गति से कार्य चलता रहा तो गोपद पुलिया के टू -लेन का कार्य पूर्ण होकर आवागमन चालू हो सकता है। फिलहाल गोपद नदी पुलिया के निर्माण कार्य को लेकर बस एवं कई ट्रक चालकों ने बीरबल की खिचड़ी के कहानी किस्से को याद करते हुए प्रदेश एवं केंद्र सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन एवं एमपीआरडीसी के अधिकारियों को कोसने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कसर गेट से लेकर खनहना तक सड़क का निर्माण कार्य ठप्प पड़ा है। जिसके चलते कसर गेट पंजरेह, गोरबी, मोरवा की सड़क की हालत बेहद खस्ता है। बारिश का मौसम शुरू हो गया है। जिसके चलते सड़क में बने तालाबनुमा, गड्ढे बन चुके हैं। ऐसे में न केवल दो पहिया और चार पहिया वाहनों सहित पैदल चलने वाले राहगीरों को समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है और हर समय हादसे का खतरा बना रहता है।
डिवाइडर एवं डामरीकरण का कार्य शेष
गोपद पुलिया के टू-लेन का कार्य पूर्ण होने में अभी वक्त लग सकता है कार्य स्थल को देखकर प्रतीत हो रहा है कि डिवाइड एवं फीलिंग के साथ-साथ डामरीकरण कार्य पूर्ण करने में कम से कम 10 से 20 दोनों का वक्त लग जाएगा। एमपीआरडीसी के अधिकारी भले दावा एवं कोराश्वासन पूर्व की तरह देते रहे । लेकिन अभी कम से कम 100 मीटर दूरी तक पुलिया के दोनों छोर में डामरीकरण का कार्य करने में ही समय लगेगा। मौजूदा हाल में बीच फोर व्हीलर के वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकती है । पुलिया का शेष निर्माण कार्य तेज गति से चला रहे।