Singrauli NCL CBI Raid : एनसीएल के दो अधिकारियों व एक संविदाकार के यहां रविवार को सीबीआई के द्वारा जो छापेमारी की गई है, उससे एनसीएल में एक बार फिर से भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें साफ-साफ दिखने लगी हैं। रविवार को इस छापेमारी की खबर परिक्षेत्र में जैसे ही लोगों को पता चली तो लोगों की जुबान पर यही बात आ रही थी कि यहां के कई जिम्मेदार भ्रष्टाचार करने में जुटे रहते हैं। यही कारण है कि एनसीएल में अब हर 6 माह में सीबीआई का छापा पड़ता है। एनसीएल में गत अक्टूबर 2023 को ब्लॉक-बी में महाप्रबंधक व एक कर्मचारी को सीबीआई के द्वारा पकड़ा गया था। दो माह बाद जनवरी 2024 में सीधे कंपनी के मुख्यालय में एक कर्मचारी को सीबीआई ने रंगेहाथ पकड़ा – था। इसके बाद अब रविवार 18 अगस्त को फिर से छापेमारी में तीन लोग पकड़े गए। यह कार्रवाई एनसीएल जैसे प्रतिष्ठित संस्थान पर कालिख पोतने जैसा है। प्रबंधन को अपने कार्यों में पारदर्शिता लानी होगी, तभी भ्रष्टाचार की गतिविधियों पर अंकुश लग पायेगा।
सतर्कता अभियान के आगाज के दूसरे दिन छापा
चिंता की बात ये है कि शनिवार को एनसीएल में सतर्कता जागरूकता अभियान का आगाज बड़े धूमधाम के साथ शपथ लेकर किया गया। उस दौरान सभी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एवं ईमानदारी व सत्यनिष्ठा को बनाए रखने की शपथ भी ली। लेकिन इसके बाद दूसरे ही दिन भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सीबीआई की ताबड़तोड़ छापेमारी ने कंपनी में हावी भ्रष्टाचार की जड़ों की पोल खोलकर रख दी है, जिसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
छापे की वजह को लेकर गर्म रहा चर्चाओं का बाजार
वहीं दूसरी ओर सीबीआई के द्वारा एक साथ तीन जगहों पर दो अधिकारियों एनसीएल के सीएमडी के सचिव (पीए) सूबेदार ओझा, पर्सनल विभाग में अटैच पूर्व सुरक्षा प्रमुख एनसीएल वीके सिंह और संविदाकार रवि सिंह के यहां छापेमारी से परिक्षेत्र में रविवार को दिनभर हड़कंप मचा रहा। दिन भले रविवार का था और एनसीएल के कार्यालयों से लेकर सरकारी कार्यालयों में अवकाश रहा, लेकिन इस खबर के कारण तरह-तरह की चर्चाएं जोरों पर चलती रहीं। इसके साथ ही सीबीआई की इस कार्यवाही की असली वजह क्या रही, ये देर रात तक कन्फर्म नहीं हो सकी थी, जिससे लोग चर्चाओं के दौरान तरह-तरह के कयास भी लगाते रहे। इन कयासों के द्वारा लोग कंपनी मुख्यालय से लेकर परियोजनाओं में भी कई जगहों पर चल रहे भ्रष्टाचार की पोलपट्टी खोलते हुये कार्यवाही का अनुमान लगाते रहे।
4 करोड रुपए कैश हुआ बरामद
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने इन अधिकारियों से करीब 4 करोड़ कैश बरामद किया है. दरअसल, सीबीआई एनसीएल में हुई खरीदारी को लेकर जांच कर रही थी. उसके डीएसपी ज्वॉय जोसफ दामले इस जांच में सम्मिलित थे. इस जांच में उस वक्त नया मोड़ आ गया, जब सीबीआई ने दामले को ही रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान दामले ने जांच टीम को बताया कि सप्लायर रवि सिंह और एनसीएल सीएमडी के सेक्रेटरी सूबेदार ओझा ने रिश्वत दी है.