Chhindwara News : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जुन्नारदेव के डॉक्टरों की लापरवाही आई सामने! रात्रि कालीन ड्यूटी से नदारत रहते हैं डॉक्टर 

Vikash Kumar Yadav
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Chhindwara News

Chhindwara News : जुन्नारदेव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे लगातार इलाज मे लापरवाही के मामले सामने आ रहे है! ख़ास कर रात के समय ड्यूटी डॉक्टर अक्सर नदारद रहते है! और मरीज के पहुंचने पर फोन पर नर्स को दवाईया समजा कर मरीज को देकर अस्पताल आने से बचते है! जबकि नियमानुसार ड्यूटी डॉक्टर को रात के समय ड्यूटी पर मौजूद रहना चाहिए! लेकिन देर रात्रि तक निजी प्रेक्टिस मे बीजी रहने वाले डॉक्टर सरकारी हॉस्पिटल मे आने वाले गरीब मरीजों को देखने हॉस्पिटल नहीं पहुंचते है! और अगर मरीजो के परिजनों की मिन्नतें करने पर पहुंच भी जाते है! तो मरीजों को इलाज की जगह रात मे अस्पताल बुलाने पर जमकर फटकार लगाते है!

ऐसा ही एक मामला कल रात को सामने आया 01/01/2025 को रात्रि 10:30 बजे अमित सिंह राजपूत कोल्हिया डूंगरिया निवासी अपने पुत्र अर्नव राजपूत को लेकर सामुदायिक स्वस्थ केंद्र जुन्नारदेव पहुंचते पर अस्पताल मे एक नर्स मौजूद थी! नर्स द्वारा ड्यूटी डॉक्टर को कॉल किया ड्यूटी डॉक्टर फोन पर ही निर्देश दे दिया जाता है! अमित सिंह राजपूत द्वारा नर्स को कहा गया की बच्चे का एक बार चेकअप ड्यूटी डॉक्टर द्वारा किया जाये जिससे रात्रि मे किसी भी प्रकार की कोई असुविधा ना हो पुनः नर्स द्वारा फोन लगवाया गया जिसपर ड्यूटी डॉक्टर कहती है!खाना खाकर आती हु! 20मिनट बाद ड्यूटी डॉक्टर आकर अमित सिंह राजपूत की पत्नी पर आक्रोसित होने लगते है!और कहती है!की मेरे द्वारा दवाई कॉल पर बताई गई फिर मुझे अस्पताल बुलाने की क्या जरुरत जिसके चलते अत्यंत परेशान होकर व्यक्ति द्वारा लगभग 8 स्थानों पर शिकायत की गई है!

वर्तमान BMO रविंद्र बाथम अस्पताल की व्यवस्थाओ को सँभालने मे नाकाम साबित हो रहे है! क्योंकि उनका पूरा ध्यान अस्पताल से हट कर अपनी निजी प्रेक्टिस के जरिये पैसे कमाने मे लगा हुआ है! ऐसे मे अस्पताल के अन्य डॉक्टर भी BMO की राह पर चलते हुये अस्पताल मे इलाज करने की जगह निजी प्रेक्टिस पर मरीजो को देख़ने मे तब्बोजों दे रहे है!जिसकी वजह से OPD टाइम के अलावा बाकि समय ड्यूटी डॉक्टर अस्पताल मे कम निजी किलिनिक मे ज्यादा पाए जाते है!आए दिन गंभीर हालत मे तब ड्यूटी डॉक्टर अस्पताल से नदारद रहते है! कई बार फोन पर नर्सो को सूचना देने के बाद भी नहीं पहुंचते है!और फोन पर ही बीमारी पूछ कर दवाई नर्सो द्वारा दिलवाकर मरीजों को टरका देते है! ऐसे मे आदिवासी क्षेत्र मे एक मात्र सरकारी अस्पताल भी लापरवाही और एनीमिताओं की भेट चढ़ रहा है! जिसका खामियाजा क्षेत्र की गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है!

राहुल यादव- जुन्नारदेव (छिंदवाड़ा)

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