MP News : ऑर्डनेंस फैक्ट्री खरिया (ओएफके) में मंगलवार सुबह करीब 10:20 बजे जोरदार धमाका हुआ। इसमें 2 कर्मचारियों की मौत हो गई। 11 घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें दो की हालत गंभीर है।
धमाका फैक्ट्री के एफ-6 सेक्शन की बिल्डिंग नंबर-200 में रशियन बम पिकोरा की बॉयलिंग के दौरान हुआ। धमाका इतना तेज था कि पूरा इलाका दहल गया। बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में एक कर्मचारी एलेक्जेंडर टोपी की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसका धड़ घटनास्थल से 150 मीटर दूर मिला। जबकि उपचार के दौरान एक और कर्मचारी ने दम तोड़ दिया। जिस समय हादसा हुआ रशिया के बमों से बारूद निकालने के लिए बमों की बॉयलिंग की जा रही थी। इसके बाद चीख-पुकार मच गई। निर्माणी के हटर बजते ही सुरक्षा और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर दौड़ीं।
घटना की खबर लगते ही फैक्ट्री के मुख्य महाप्रबंधक सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। निर्माणी प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। आयुध निर्माणी खरिया में मगलवार सुबह हुए धमाके की आवाज तकरीबन 6 किमी दूर तक पहुंची। बिलपुरा, पिपरिया, रांझी, मानेगांव के रहवासियों को धमक का अहसास भी हुआ। कई लोग घरों से बाहर निकल आए और भूकंप के बारे में एक-दूसरे से पूछताछ करने लगे। जिस बिल्डिंग नंबर 200 में हादसा हुआ, वह पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो गई है। सूत्रों के अनुसार इमारत की छत का पता ही नहीं चल सका है। शीट के कुछ हिस्से आसपास के पेड़ों पर लटके हुए मिले। बिल्डिंग में इस्तेमाल किया गया लोहे का भारी भरकम एंगल स्ट्रक्बर 20 फीट ऊंची बाउंड्रीवॉल के पार पहुंच गया। बिल्डिंग के भीतर की मशीनें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के दौरान धूल का गुबार काफी देर तक बना रहा। इस वजह से भी राहत बचाव कार्य में परेशानी हुई।
रणवीर के शरीर के हिस्से गायब
गंभीर रूप से घायल तीन कर्मचारियों रणवीर कुमार, श्यामलाल ठाकुर और चंदन कुमार को निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां रणवीर के शरीर के कुछ हिस्से नहीं मिले। हालत बिगड़ती देख उसे वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। इसके बावजूद दोपहर तकरीबन 3 बजे उसकी मौत हो गई।
ढाई घंटे की खोज के बाद मिला एलेक्जेंडर का धड़
हादसे के तत्काल बाद घायलों को उपचार के लिए रवाना करने के साथ ही बिल्डिंग में तैनात कर्मचारियों की खोजबीन और मिलान किया गया। इसमें एक कर्मचारी एलेक्जेंडर का कहीं पता नहीं चला। तकरीबन ढाई घंटे की खोजबीन के बाद शरीर के कुछ हिस्से मिले। एलेक्जेंडर का धड़ बिल्डिंग के गेट नंबर-6 से कई मीटर दूर बरामद किया गया। वहीं मृतक के सिर का देर शाम तक पत्ता नहीं चल सका।
हादसे में ये हुए घायल
घायलों में श्यामलाल ठाकुर, चंदन कुमार, गौरव, सुनील कुमार, उमेश मौर्य, प्रवीण दत्ता, कृष्ण पाल, एसके मंडल, प्रवीण पटेल, गौतम कुमार व रामबिहारी शामिल हैं।
हाई लेवल जांच कमेटी बनी
हादसे को लेकर निर्माणी प्रशासन ने हाई लेवल जांच कमेटी गठित कर दी है। महाप्रबंधक आरके गुप्ता की अध्यक्षता में उप महाप्रबंधक सीपी फुलकर, कार्यप्रबंधक पंकज शर्मा और सेफ्टी ऑफिसर कैलाश पता करेंगे कि हादसा किन परिस्थितियों में हुआ।