Bhopal News : आज भोपाल में एनजीओ पाठशाला का चतुर्थ स्थापना दिवस धूम धाम से मनाया गया । आयोजन में मप्र की विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित सोशल सेक्टर के लगभग 110 एक्सपर्ट ने भागीदारी की। आज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ.आर. के. पालीवाल, सेवा निवृत प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर, इनकम टेक्स, भारत सरकार, विशिष्ट अतिथि डॉ. योगेश कुमार, कार्यकारी निदेशक, समर्थन,प्रवीण पाठक, संभागीय समन्वयक, मप्र जन अभियान परिषद्, रीवा, डॉ. अनिल सिरवैया, अध्यक्ष, मप्र दलित चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, भोपाल थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ.उपमा दीवान, कार्यकारी अध्यक्ष (SIRDI), बैतूल ने की। सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर महात्मा गांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण किया। सभी अतिथियों का सूत माला और प्लांट्स भेंट कर स्वागत किया गया।
एनजीओ पाठशाला की भूमिका की विस्तृत जानकारी देते हुए एनजीओ पाठशाला के कोर कमेटी के सदस्य और कार्यक्रम के सूत्रधार डा. परशुराम ने बताया की अनेक साथी सामाजिक बदलाव, कमजोर एवं वंचित वर्गों की सेवा,सामाजिक व्यवस्था परिवर्तन की भावना से अथवा दूसरों के काम से प्रेरित होकर, समाज में असरकारी अथवा नवाचारी काम करने आदि उद्देश्य से स्वयं सेवी संस्था, ट्रस्ट कम्पनी आदि का गठन कर लेते हैं किन्तु समय पर उचित मार्गदर्शन, प्रशिक्षण एवं हेंड होल्डिंग सपोर्ट न मिलने के कारण वह संस्था, योजना अथवा परियोजना का कुशल प्रबंधन एवं संचालन नहीं कर पाते । संस्था के कार्यकारिणी सदस्यों, स्टाफ, कार्यकर्ताओं में अपेक्षित दक्षता एवं ऊर्जा न होने के कारण उनको निर्धारित लक्ष्यों एवं उद्देश्यों की प्राप्ति नहीं हो पाती है। इसलिए, संस्था से जुड़े संचालकों, बोर्ड के सदस्यों, स्टाफ अथवा वालंटियर्स आदि को विकास एवं चुनौतियों, संस्था के उद्देश्यों, विजन, मिशन, मूल्यों, रणनीति, कार्यों, बजट, आय-व्यय पत्रक, फंड जुटाने अथवा सक्षम मानव संसाधन तैयार करने, सोशल मीडिया पर वेबसाइट बनाने एवं ब्रांडिंग करने, सामुदायिक गतिशीलता, नेटवर्किंग, पैरवी, एडवोकेसी, समुचित प्रक्रिया से वार्षिक प्रतिवेदन अथवा दस्तावेजीकरण करने की प्रारंभिक समझ नहीं होती। एनजीओ पाठशाला का यही उद्देश्य है की उनको असरकारी बनाकर उन्हें आगे बड़ाए और संस्थाएं स्वयं ही नेतृत्व एवं क्षमताशील बने जिससे वह समुदाय में बदलाव और नवाचार कर सकेंगे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आदरणीय पालीवाल जी ने अपनी बात रखते हुए जैविक खेती पर मार्गदर्शन दिया और बताया यह क्यू जरूरी है। साथ ही उन्होंने महात्मा गांधी की पुस्तक हिंद स्वराज्य को पड़ने की सभी को सलाह दी।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि समर्थन के कार्यकारी निदेशक डा. योगेश कुमार ने कहा कि छोटी अथवा संसाधन विहीन संस्थाओं को बदलते समय के अनुसार विकास के मुद्दों पर समझ बनाने एवं एनजीओ के नेटवर्क में रहने का प्रयास करना चाहिए एनजीओ पाठशाला इसके लिए जिम्मेदार प्रयास कर रही है। उसी श्रृंखला में डा.अनिल सिरवैया ने “उद्यमिता विकास में NGO की भूमिका” पर अपना उद्बोधन दिया, साथ ही कहा की डिक्की इसमें इनकी पूरी मदद करेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही डा.उपमा दीवान ने महिलाओं की शिक्षा और रोजगार पर जोर दिया वह स्वयं आदिवासी क्षेत्र में महिलाओं के लिए काम कर रही है।
कार्यक्रम में कई तरह से स्वयं सेवी संस्थाओं और उनके सदस्यों को सम्मानित किया गया जिसमें अरुण त्यागी स्मृति सम्मान पुरुस्कार प्रवीण पाठक रीवा को दिया गया। एनजीओपी स्वयं सेविता सम्मान अनिमेष श्रीवास्तव,रोहणी कुमार बर्मन,अनिल शर्मा, सुश्री कीर्ति दीक्षित,नरेंद्र साकल्ले, सार्थक त्यागी , शशि मिश्रा,लोकेन्द्र सिंह तोमर, डॉ. मोनिका जैन,ज्ञानेंद्र तिवारी, श्रीमती एंजलीना दास और शिवम् राजन वर्मा को दिया गया। सदस्यता अभियान सम्मान डॉक्टर राजीव जैन,बृजेश प्रताप सिंह और डॉक्टर परशुराम तिवारी को दिया गया। कार्यक्रम में श्री रवि राठौर एवं तत्संग बैंड टीम का सम्मान भी किया गया।
इनके कबीर सूफी भजन गायन और बैंड की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। श्रीमती कुमुद सिंह द्वारा खेल एक्टिविटी की गई जिसमे सभी सदस्यों ने पार्टिसिपेट किया और डॉक्टर राजीव जैन द्वारा प्रश्नोंतरी के द्वारा सभी सदस्यों को पुरुस्कार जीतने का मौका दिया गया ,जिसमें सभी सदस्यों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित अतिथियों का शाल,श्रीफल और स्मृति चिन्ह द्वारा सम्मान किया गया और उपस्थित प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर मोनिका जैन द्वारा किया गया। कार्यक्रम का समापन आभार प्रदर्शन, केक कटिंग, सहभोज,ओपन माइक, गीत संगीत के साथ हुआ।